राजनेता कार्टून प्रदर्शनी में जाना टालते हैं

20 Jan 2025 11:54:20
 
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पुणे, 19 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
पत्रकार की लेखनी की तरह कार्टूनिस्ट की ब्रश में भी ताकत होती है. शायद इसलिए राजनेता कार्टून प्रदर्शनी में जाना टालते हैं, ऐसा लगता है. राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर आधारित कार्टूनों का संदर्भ देते हुए विधायक रोहित पवार ने कहा कि जैसे कार्टून में दिखाया गया है कि पानी की बर्बादी कर महिलाएं नलों पर झगड़ रही हैं, उसी तरह हम राजनेता सदन में विकास के मुद्दे को दरकिनार कर विरोध के लिए विरोध करते हैं या किसी नेता को खुश करने के लिए आपस में लड़ते रहते हैं.
 
युवा संवाद सामाजिक संस्था के प्रयास से पुणे अंतरराष्ट्रीय कार्टून महोत्सव का आयोजन बालगंधर्व कला दालान में किया गया, जहां रविवार को विधायक रोहित पवार ने महोत्सव का दौरा किया और कार्टूनों की प्रदर्शनी देखी. इस मौके पर उन्होंने अपनी बात रखी. महोत्सव के संयोजक, कार्टूनिस्ट धनराज गरड, लहु काले, घनश्याम देशमुख मंच पर उपस्थित थे. पार्टी तोड़ना, पार्टी बदलना, जनप्रतिनिधियों को लुभाना, कोई किसके वाहन में बैठा है,
 
कुर्सी की लालच में मंत्रियों का जैकेट पहनकर घूमना और फिर मंत्रिपद न मिलने पर लेखनी का उपयोग सिर्फ जैकेट के जेब में करना, इस तरह की राजनीतिक स्थितियों और कार्टूनों पर टिप्पणी करते हुए विधायक रोहित पवार ने कहा कि राजनेता अपनी ही हरकतों से कार्टूनिस्टों को प्रेरणा देते हैं और अपनी छवि बनाने में मदद करते हैं, वही छवि कार्टूनिस्ट अपनी चित्रशैली में बनाते हैं और वही सफल रहती है. ऐसा होने से बचने के लिए मैं बार-बार अपनी स्टाइल बदलता रहता हू्‌ं‍. प्रस्तावना में धनराज गरड ने विधायक पवार से अनुरोध किया कि वे कार्टून महोत्सव के स्वागत अध्यक्ष का पद स्वीकार करें और कार्टून कला एवं कलाकारों को राजकीय समर्थन प्रदान करें. सूत्रसंचालन किशोर गरड ने किया.
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