अंतरिक्ष विज्ञान हमारे जीवन को समृद्ध बनाता है

29 Jan 2025 10:15:04
 
prakash
 
 
 
पुणे, 28 जनवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
 
अंतरिक्ष विज्ञान के लिए एक विजन होना जरूरी है. इससे अंतरिक्ष विज्ञान आम लोगों के जीवन को बदल देगा. आज अंतरिक्ष विज्ञान से हमारा जीवन व्याप्त हो गया है, यह विचार हैदराबाद स्थित नेशनल रिमोट सेन्सिंग सेंटर के (एनआरएससी) निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान ने व्यक्त किए. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और विज्ञान भारती द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित पश्चिम महाराष्ट्र स्पेस ऑन व्हील्स के समापन समारोह में डॉ. प्रकाश चौहान बोल रहे थे. यह कार्यक्रम सीओईपी में आयोजित किया गया. मंच पर विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. शिवकुमार शर्मा, उप निदेशक, एनआरएससी डॉ. एन. अपर्णा, विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक डॉ. पंकज प्रियदर्शी, सीओईपी तकनीकी वेिशविद्यालय के कुलपति डॉ. सुनील भिरुड़, पश्चिमी महाराष्ट्र के उपाध्यक्ष नवीन कुमार, स्पेस ऑन व्हील्स के राष्ट्रीय समन्वयक नरेश चाफेकर, सीओईपी के रजिस्ट्रार डॉ. डी.एन. सोनवणे और कार्यक्रम की समन्वयक विभा व्यास उपस्थित थीं. इस अवसर पर एनआरएससी समूह निदेशक डॉ. एम.ए. फिजी और एनआरएससी के प्रमुख डॉ. आर. श्रीनिवास को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत में स्पेस ऑन व्हील्स बस का स्वागत किया गया. डॉ. प्रकाश चौहान ने कहा कि, जब डॉ. विक्रम साराभाई ने अंतरिक्ष विज्ञान का सपना देखा था, तब हमारे देश की आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत नहीं थी और वैेिशक माहौल भी कुछ हद तक अस्थिर था. हालांकि, साराभाई की दूरदर्शिता के कारण ही आज भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में बड़ी प्रगति की है.
 
 प्रदर्शनी को मिला अच्छा रिस्पाँस
 
डॉ. शिवकुमार शर्मा ने कहा कि स्पेस ऑन व्हील्स मोबाइल प्रदर्शनी ने अंतरिक्ष विज्ञान में इसरो की तकनीकी प्रगति को प्रदर्शित किया है तथा छात्रों, शिक्षकों और आम जनता में जिज्ञासा के बीज बोए हैं. इस अवसर पर स्पेस ट्रैक पहल को मिली प्रतिक्रिया के बारे में एक ऑडियो-विजुअल फिल्म दिखाई गई. विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का सूत्रसंचालन नंदिनी कोठारकर ने किया, जबकि डॉ. नवीन कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया.
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