एनसीएल में एक दिवसीय हिन्दी राजभाषा संगोष्ठी संपन्न

30 Jan 2025 15:17:20

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पाषाण, 29 जनवरी ( आज का आनंद न्यूज नेटवर्क )

गृहमंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति पुणे के तत्वावधान में, नेशल केमिकल लेबोरेटरी (एनसीएल) में 22 जनवरी को एक दिवसीय हिन्दी राजभाषा संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम को दो सत्रों में आयोजित किया गया. प्रात: काल में उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया. इस सत्र में अध्यक्ष के रूप में एनसीएल के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र कडू तथा मुख्य अतिथि के रूप में हिन्दी साहित्यकार संजय भारद्वाज, एनसीएल की प्रशासकीय नियंत्रक पूजा कुलकर्णी एवं हिन्दी अधिकारी डॉ. स्वाति चढ्ढा एवं सचिव-नराकास मंच पर उपस्थित थे. उद्घाटन सत्र के प्रारंभ में डॉ. स्वाति चढ्ढा ने सभा में उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत किया और कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रदान की. तत्पश्चात समीरा कुलकर्णी, संध्या श्रीवास्तव एवं शायनी जॉन के द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई. इसके उपरांत मुख्य अतिथि संजय भारद्वाज ने अपने संबोधन में कहा कि भाषा मूल रूप से सभ्यता और संस्कृति से जुड़ी होती है और हमारी हिन्दी भाषा में यह खूबी है कि सभी क्षेत्रीय भाषाओं और संस्कृतियों को अपने में समाहित कर लेती है. इसके पश्चात्‌‍ टीम क्षितिज द्वारा, बहता समीर गाता कबीर कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया. कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को पूजा कुलकर्णी और कौशल कुमार द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. द्वितीय सत्र में पुरस्कार वितरण समारोह का आरंभ किया गया, जिसमें एनसीएल के निदेशक डॉ. आशीष लेले अध्यक्ष के रूप में मंच पर उपस्थित थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि राजभाषा के कारण हम सब लोग एक मंच पर एकत्र हो पाए हैं. केंद्र सरकार की यह अत्यंत प्रतिष्ठित समिति है जिसने राजभाषा के माध्यम से हम सभी केंद्रीय संस्थानों को आपस में जोड़ दिया है. मैं आप सबसे निवेदन करना चाहता हूं कि इस समिति के माध्यम से हम सभी आपस में मिल कर राजभाषा का विकास तो करें ही, साथ ही अपने राष्ट्र के विकास और प्रगति में भी अपना योगदान दें. इस दौरान अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि द्वारा विभिन्न केंद्रीय संस्थानों को राजभाषा कार्यान्वयन तथा हिन्दी गृहपत्रिका के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए. इस सत्र का संचालन आइसर के हिन्दी प्रभारी नितिन केसरवानी द्वारा किया गया.
 
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