मुंबई, 9 फरवरी (आ. प्र.)
वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के दौरान एलआईसी का नेट प्रॉफिट 17% बढ़कर 11,056 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 9,444 करोड़ रुपये था. एलआईसी ने दिसंबर 2024 तिमाही में 11,056 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट कमाया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 9,444 करोड़ रुपये था. वहीं, इस तिमाही में कुल आय घटकर 2,01,994 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,12,447 करोड़ रुपये थी. हालांकि कंपनी ने मुनाफे में बढ़ोतरी दर्ज की, लेकिन नेट प्रीमियम इन्कम में गिरावट देखने को मिली.
तीसरी तिमाही में एलआईसी की नेट प्रीमियम इनकम 1,06,891 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 1,17,017 करोड़ रुपये थी.एलआईसी के नौ महीनों (अप्रैल-दिसंबर 2024) के नतीजे भी मजबूत रहे. इस दौरान कंपनी का नेट प्रॉफिट 8.27% बढ़कर 29,138 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल इसी अवधि में 26,913 करोड़ रुपये था. इस दौरान एलआईसी की कुल प्रीमियम इनकम में 5.51% की बढ़ोतरी दर्ज की गई. अप्रैल-दिसंबर 2024 के दौरान कंपनी की कुल प्रीमियम इनकम 3,40,563 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 3,22,776 करोड़ रुपये थी. इसी तरह, इंडिविजुअल न्यू बिजनेस प्रीमियम इनकम 9.73% बढ़कर 42,441 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल यह 38,679 करोड़ रुपये थी. वहीं, इंडिविजुअल रिन्युअल प्रीमियम इन्कम 4.64% की बढ़त के साथ 1,78,975 करोड़ रुपये हो गई.
एलआईसी का एसेट अंडर मैनेजमेंट 10.29% की बढ़ोतरी के साथ 54,77,651 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की इसी अवधि के दौरान 49,66,371 करोड़ रुपये रहा था. एलआईसी की वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस 9.08% बढ़कर 6,477 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल यह 5,938 करोड़ रुपये थी. वहीं वीएनबी मार्जिन 50 बेसिस प्वाइंट की बढ़त के साथ 17.1% हो गया. एलआईसी ने इस तिमाही में इंडिविजुअल सेगमेंट में 1,17,10,505 पॉलिसीज बेचीं, जो पिछले साल की 1,25,56,046 पॉलिसी की तुलना में 6.73% कम है. यह आंकड़ा संकेत देता है कि इंश्योरेंस सेल्स में कुछ दबाव बना हुआ है. एलआईसी के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहंती के अनुसार, कंपनी का फोकस प्रोडक्ट और चैनल मिक्स को बेहतर करने पर है.
उन्होंने कहा, हमारे नॉन-पार प्रोडक्ट्स की हिस्सेदारी बढ़कर 27.68% हो गई है, जो पिछले साल 14.04% थी. साथ ही, वीएनबी मार्जिन में भी सुधार हुआ है. कंपनी अपने डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर भी जोर दे रही है और आने वाले महीनों में इसके सकारात्मक नतीजे देखने को मिल सकते हैं. भारत के बीमा सेक्टर में एलआईसी की लीडरशिप पोजिशन लगातार कायम है. पिछले 9 महीनों के दौरान कंपनी की कुल बाजार हिस्सेदारी 57.42% रही. हालांकि यह पिछले साल के 58.90% की तुलना में थोड़ी कम है, फिर भी कंपनी अपने सेक्टर की लीडर बनी हुई है. इंडिविजुअल बिजनेस सेगमेंट में एलआईसी की बाजार हिस्सेदारी 37.21% रही, जबकि ग्रुप बिजनेस में यह 71.70% रही. कुल मिलाकर एलआईसी का ताजा प्रदर्शन मिला-जुला रहा. जहां मुनाफे में शानदार बढ़त देखने को मिली, वहीं नेट प्रीमियम इन्कम और कुल आय में गिरावट दर्ज की गई.