पर्यटन बढ़ाने आसियान का ‌‘शेंगेन‌’ जैसा एक ही वीजा होगा

10 Feb 2025 11:30:06
 
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(मलेशिया से लौटकर सतीश मिश्र)
 
मुंबई, 9 फरवरी 
 
मलेशिया के जोरो बारु में सम्पन्न हुए एशियाई देशों के सबसे बड़े पर्यटन सम्मेलन आसियान फोरम में दस सुदूर पूर्व एशियाई देशों ने पर्यटन को बढ़ाने के लिए यूरोप्‌‍ के ‌‘शेंगेन‌’ वीजा की तर्ज पर वैसा ही इंटीग्रेटेड वीजा लाने की योजना बनी है. इन देशों के पर्यटन बोर्ड द्वारा एशियाई देशों के एशियाई पर्यटन मंच की अवधारणा को लागू करने का फैसला हुआ. यूरोपीय देशों द्वारा पर्यटन और औद्योगिक व्यवसायों के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए लागू किए गए ‌‘शेंगेन वीजा‌’ की तर्ज पर वैसा ही इन सभी देशों के लिए एक ही वीजा लाने की योजना अंतिम दौर में पहुंच गई. याद रहे कि भारतीय पर्यटक बड़ी संख्या में थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, वियतनाम, कंबोडिया, फिलीपींस, इंडोनेशिया, म्यांमार, लाओस देश घूमने जाते हैं, इसलिए आसियान के ये सभी देश एक साथ मिलकर इंटीग्रेटेड वीजा लाने जा रहे हैं.
 
 
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मलेशिया में हाल के वर्षों में पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है. अंतर्राष्ट्रीय स्कूल भी खोले जा रहे जोरो बारू जैसी जगहों पर अंतर्राष्ट्रीय टूरिअम स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं और विदेशी छात्रों को वहां पढ़ने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है. इसमें कोरियाई लोग अधिक हैं. चूंकि बच्चों के साथ माता-पिता भी आते-जाते हैं, इसलिए यहाँ के पर्यटन ने अचानक गति पकड़ ली है. 1981 में स्थापित एशियन टूरिज्म फोरम (एटीएफ) के भागीदार दक्षिण पूर्व एशियाई महाद्वीप के 10 देश बड़ी संख्या में पर्यटकों और उद्यमियों को अपने देश में आकर्षित करने के लिए इस मंच के सहारे रणनीति बनाते हैं. एशिया के भविष्य के पर्यटन को आकार देने एटीएफ काफी प्रभावी रहा है. इस तीन दिवसीय आयोजन के दौरान, 42 देशों की प्रमुख पर्यटन कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए. इसमें 10 एशियाई देशों की प्रमुख होटल और पर्यटन कंपनियों के लगभग 221 विक्रेताओं (बायर्स) ने इस पर्यटन मेले में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इन विक्रेताओं से अच्छे पैकेज, छूट पाने के लिए दुनिया भर से 325 खरीदार प्रतिनिधि भी मौजूद थे.सूचनाओं का आदान-प्रदान के अलावा, कई प्रतिनिधियों ने वास्तव में सुविधाओं को देखने का अवसर भी लिया.
 
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 पर्यटन नीतियों पर भी व्यापक चर्चा हुई
 
भारत से भी 30 से 35 लोगों ने हिस्सा लिया, जिसमें मुंबई से पर्यटन उद्योग के अनुभवी प्रतिनिधि जैसे पुणे के अभिजीत खाडिलकर, गोविंद कांबले, योगेश गुप्ता और दीप्ति ठाकुर मौजूद थे. जिन्होंने पर्यटन कंपनियों, देशों की पर्यटन नीतियों और उनके अधिकारियों के लंबी साथ चर्चा भी की. अपनी कंपनी स्वराज ट्रैवल्स के जरिए अभिजीत और उनकी पत्नी पिछले 27 सालों से यूरोप, सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका की संतुष्टि यात्रा करा रहे हैं. एशियन ट्रैवल फोरम कई देशों में पर्यटन सेवा प्रदाताओं तक सीधी पहुंच प्रदान करता है. ट्रैवेक्स मेले ने कई होटलों और सेवा कंपनियों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करके बिचौलियों को कम कर दिया है. यह ट्रैवेक्स 2025 भी बेहद सफल रहा है .दुनिया भर से मलेशियाई लोगों और पर्यटकों को गुणवत्तापूर्ण आराम-सेवा-अनुभव प्रदान करने वाले टूर ऑपरेटरों और कंपनियों के प्रतिनिधियों का संयोजन सफल रहा. भारत की करीब 35 कंपनियों के प्रतिनिधियों का भी यही अनुभव था.
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