ईएसआई योजनाओं को लेकर उद्योगों द्वारा सरकार की पहलों के प्रति उदासीनता !

17 Feb 2025 14:26:37

bdsd
पिंपरी, 16 फरवरी (आ.प्र.)

मोहननगर स्थित राज्य श्रमिक बीमा योजना अस्पताल (ईएसआई) ने पिछले 40 दिनों में शहर की 17 कंपनियों में स्वास्थ्य शिविर और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं. अब तक 160 लाभार्थियों को ईएसआई कार्ड वितरित किए गए हैं. औद्योगिक नगरी के रूप में विख्यात इस शहर में उद्योगों के प्रबंधन को श्रमिकों के कल्याण के लिए सरकार की पहलों के प्रति उदासीन प्रतिक्रिया मिल रही है. श्रमिकों को ईएसआई कार्ड जारी करने के लिए जनवरी से 100 दिवसीय कार्य कार्यक्रम चल रहा है. मोहननगर ईएसआई अस्पताल ने कंपनियों से संपर्क कर उन्हें ईएसआई शिविर आयोजित करने के निर्दे श दिए हैं. हालांकि प्रबंधन की ओर से इसे ठंडा प्रतिसाद मिला है. वास्तविकता यह है कि केवल कुछ ही कंपनियां प्रतिक्रिया दे रही हैं. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.वर्षा सुपे ने बताया कि 17 उद्योगों ने प्रतिक्रिया दी है. कुछ छोटे व्यवसायों, दुकानों, होटलों, रेस्तरां और सिनेमा हॉल के कर्मचारियों को सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. ईएसआई योजना उन कारखानों और अन्य प्रतिष्ठानों (संस्थानों) पर लागू होती है, जहां 10 या अधिक श्रमिक कार्यरत हैं. कारखानों और प्रतिष्ठानों में कार्यरत वे श्रमिक, जो 21,000 रुपये प्रतिमाह तक कमाते हैं, वे श्रमिक राज्य बीमा अधिनियम के तहत सामाजिक सुरक्षा कवरेज के लिए पात्र हैं. उद्योगों और विभिन्न प्रतिष्ठानों के मालिकों (नियोक्ता) को श्रमिकों को दिए जाने वाले वेतन का 3.25 % ईएसआई योजना के लिए योगदान करना आवश्यक है.
 
ऐसे होता रजिस्ट्रेशन
अगर श्रमिक ईएसआई योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उद्योग एवं प्रतिष्ठान को संबंधित श्रमिक एवं उसके परिवार को ईएसआई में पंजीकृत करना होगा. इस पंजीकरण के बाद श्रमिकों को एक बीमा नंबर दिया जाता है. यह नियम कर्मचारी के जीवन भर वैध रहता है, भले ही वह नौकरी बदल ले. प्रत्येक बीमाकृत व्यक्ति को एक ई-आईडी कार्ड दिया जाता है. उस पहचानपत्र की सहायता से, बीमित व्यक्ति को ईएसआई अस्पताल, डिस्पेंसरी या ईएसआई-अनुमोदित डॉक्टर के पास पंजीकरण कराना होगा. इस पंजीकरण के बाद उसे ईएसआई अस्पतालों, क्लीनिकों आदि में चिकित्सा सुविधाएं मिलती हैं.  
 
 
Powered By Sangraha 9.0