शिवाजीनगर, 16 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
अगले दो-तीन महीनों में मनपा चुनाव होने की चर्चा से कार्यकर्ताओं में बेचैनी और बढ़ गई है. एक ओर जहां भाजपा ने चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं की एक समिति गठित की है. लेकिन विपक्षी नेता फिलहाल ‘वेट एंड वॉच' की स्थिति में हैं. कार्यकर्ता फिलहाल अगले सप्ताह 25 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस समय यह संदेश प्रसारित हो रहा है कि चुनाव अप्रैल में होंगे. इसी बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कार्यकर्ताओं को तैयारी शुरू करने का निर्दे श दिया है, क्योंकि चुनाव अप्रैल में होंगे. दूसरी ओर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने अभी ज्यादा खर्च न करने की सलाह दी है, क्योंकि उनके अनुसार चुनाव दिवाली के बाद नवंबर में होंगे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने राज्य में चुनाव की तैयारी के लिए अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल सहित प्रमुख नेताओं की एक समिति नियुक्त की है. उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना पार्टी विस्तार की कोशिश में जुटे हुए हैं. शिवसेना का उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट फिलहाल अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है. कांग्रेस द्वारा नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या वह राज्य में पार्टी को अच्छी स्थिति में ला पाएंगे. सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं सुप्रीम कोर्ट ने 4 साल पहले ओबीसी आरक्षण रद्द कर ट्रिपल टेस्ट लेने का आदेश दिया था. लेकिन राजनीतिक दलों में अशांति फैल गई. विभिन्न कारणों से चुनाव आगे बढ़ाये गये. कोरोना महामारी भी एक कारण थी. इसके बाद जून 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण बरकरार रखते हुए चुनाव कराने का फैसला सुनाया. उस समय राज्य में 96 नगर पालिकाओं के लिए चुनावों की घोषणा की जा चुकी थी. राज्य सरकार ने वहां भी आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट ने अपना निर्णय आने तक चुनाव स्थगित कर दिया. यह निर्णय जुलाई 2022 में लिया गया. इसके बाद, न्यायालय में 57 याचिकाएं दायर की गई हैं, जिनमें शीघ्र चुनाव और वार्ड संरचना कैसी हो, जैसे विभिन्न मुद्दे उठाए गए. उन पर ज्यादातर सुनवाई नहीं हुई. यहां तक कि राज्य सरकार ने भी पिछले एक साल से इस पर अपने विचार व्यक्त नहीं किए हैं. इन याचिकाओं पर, सुनवाई अब 25 फरवरी को होगी. अदालत ने कहा है कि उस दिन दोनों पक्षों की सुनवाई की जाएगी. इसलिए अब सारा ध्यान सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर केंद्रित है. भाजपा-छउझ के बीच होगा मुकाबला मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस आगामी सप्ताह में दो या तीन बार पुणे आ रहे हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी दौरे पर रहेंगे. पिछले चुनावों में भाजपा ने पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ मनपा में अपने दम पर जीत हासिल की थी. उस समय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उनकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी थी. लेकिन अब दोनों एक साथ हैं. हालांकि, वे दोनों एक दूसरे के खिलाफ मनपा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. इसलिए इन दोनों मनपाओं के चुनाव में उपमुख्यमंत्री अजित पवार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी.