पिंपरी, 17 फरवरी (आ.प्र.)
भारत कृषि, वित्त और विनिर्माण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रहा है. देश में स्वास्थ्य सेवा भी नई प्रौद्योगिकियों को अपनाकर प्रगति कर रही है. इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स, आईओटी और 5जी जैसी आधुनिक अवधारणाओं का उपयोग किया जा रहा है. डिजिटल इंडिया, स्मार्ट सिटीज मिशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए प्रस्तावित राष्ट्रीय नीति ने तकनीकी अनुसंधान, विकास और प्रयोग के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है. भारत साइबर सुरक्षा और डिजिटल बुनियादी ढांचे में तेजी से प्रगति कर रहा है. वरिष्ठ कम्प्यूटर विशेषज्ञ अतुल कहाते ने कहा कि ऐसे क्षेत्र में कैरियर बनाने के उद्देश्य से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी एवं इंजीनियरिंग सम्मेलन एक क्रांतिकारी एवं महत्वपूर्ण कदम है. पिंपरी चिंचवड़ एजुकेशन ट्रस्ट (पीसीईटी) के रावेत स्थित पिंपरी चिंचवड़ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च (पीसीसीओईआर) में इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग (आईसीईटीसी-2025) के अंतर्गत ‘फर्स्ट इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन इमर्जिंग टेक्नोलॉजी एंड कंप्यूटिंग' विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया.