पुणे, 18 फरवरी (आ. प्र.)
कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड ने माउंटेड गन सिस्टम को अंतर्राष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी के 17वें संस्करण और नौसेना रक्षा प्रदर्शनी के 8वें संस्करण के दौरान अबू धाबी में खऊएद में लांच किया. आईडीईएक्स और एनएवीडीईएक्स रक्षा उद्योग की अग्रणी वैेिशक कंपनियों और विशेषज्ञों को इस क्षेत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकियों और समाधानों का प्रदर्शन करने के लिए एक साथ लाते हैं, जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ाना है. एक अधिकारी ने बताया कि आईडीईएक्स में 50 से अधिक भारतीय कंपनियां भाग ले रही हैं, जिनमें टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, भारत डायनामिक्स लिमिटेड, डीआरडीओ, ब्रह्मोस एयरोस्पेस आदि शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनी कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड, जो भारत फोर्ज की पूर्ण स्वामित्व वाली रक्षा सहायक कंपनी है. कंपनी ने 4 4 ऑल-टेरेन प्लेटफार्म पर स्थापित मोबाइल गन सिस्टम का अनावरण किया है. इस प्रक्षेपण का संचालन संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत महामहिम संजय सुधीर ने किया, जिससे वैेिशक रक्षा प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पुनः स्पष्ट हुई. भारत फोर्ज लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक बाबा कल्याणी ने कहा कि यह माउंटेड गन प्लेटफॉर्म रक्षा प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण छलांग का प्रतिनिधित्व करता है, जो नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह प्रणाली नाटो मानक और सेवा में प्रयुक्त गोला-बारूद के अनुकूल है, जिससे इसकी बहुमुखी प्रतिभा बढ़ जाती है. 23.5 टन वजनी यह विमान जोन 6 के साथ 18 राउंड ले जा सकता है,
जिससे निरंतर संचालन संभव हो पाता है. तेजी से तैनाती के लिए डिजाइन किया गया यह विमान दिन में सिर्फ 1.5 मिनट और रात में 2 मिनट में ही सक्रिय हो जाता है. आईडीईएक्स और एनएवीडीईएक्स के 2025 संस्करण में भाग लेने वाली कंपनियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है, जो 65 देशों से 1,565 तक पहुंच गई है, जो पिछले संस्करण की तुलना में 16 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाती है. कुल प्रदर्शनी स्थल 10 प्रतिशत बढ़कर 181,501 वर्ग मीटर हो गया है, जबकि 731 नई कंपनियां भाग ले रही हैं, जो 82 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. इस संस्करण में 41 राष्ट्रीय मंडप हैं. राष्ट्रीय कंपनियों की संख्या 213 तक पहुंच गई है, जो प्रदर्शकों का 16 प्रतिशत है, जबकि अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की संख्या 84 प्रतिशत है.