पुणे, 24 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
कांग्रेस के पूर्व विधायक रवींद्र धंगेकर के बारे में पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा चल रही है कि वे पार्टी छोड़ने वाले हैं. इसी बीच, दो दिन पहले, रवींद्र धंगेकर ने अपना एक व्हाट्सएप स्टेटस लगाया था, जिसमें उन्होंने गले में भगवा उपरणा (दुपट्टा) पहना हुआ था. यह देखते ही कई लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर रवींद्र धंगेकर क्या करने जा रहे हैं? उनके इस स्टेट्स के बाद राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज हो गई कि वे कांग्रेस छोड़ सकते हैं. इस पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने प्रतिक्रिया दी. जब मीडिया प्रतिनिधियों ने उनसे इस मुद्दे पर सवाल किया तो उन्होंने संक्षेप में जवाब दिया, रवींद्र धंगेकर कल भी कांग्रेस के साथ थे और आज भी हैं. पूर्व विधायक रवींद्र धंगेकर ने अपने स्टेटस पर गले में भगवा उपरणा पहने हुए एक तस्वीर लगाई थी. इस तस्वीर के साथ उन्होंने स्टेटस में एक शायरी भी डाली थी. ‘तेरे कदमों के तले मिट्टी भी सोना बन गई, जर हुआ दुश्मन जहां शमशीर तेरी तन गई.’ उनका यह स्टेटस सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद यह अटकलें तेज हो गईं कि वे शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो सकते हैं.
इसी दौरान, उनके बेटे के जन्मदिन के अवसर पर शिवसेना के मंत्री उदय सामंत ने उनसे मुलाकात की, जिससे राजनीतिक हलकों में चर्चाएं और तेज हो गईं. धंगेकर और शिंदे की मुलाकात पर चर्चा कुछ दिन पहले, रवींद्र धंगेकर ने मुंबई में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी. उनकी यह अचानक हुई मुलाकात चर्चाओं का विषय बन गई थी. हालांकि, बाद में इस पर सफाई देते हुए धंगेकर ने कहा, मैंने यह मुलाकात अपने व्यक्तिगत कार्य के लिए की थी. जब मैंने शिंदे साहब को अपने काम के बारे में बताया, तो उन्होंने मदद का ओशासन दिया. मेरे पास एक निजी काम था, इसलिए मुझे उनसे मिलना पड़ा. इस सफाई के बावजूद, राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं थमी नहीं हैं और लोग अब भी अनुमान लगा रहे हैं कि क्या रवींद्र धंगेकर वाकई कांग्रेस छोड़ने वाले हैं या नहीं.
रवींद्र धंगेकर को उदय सामंत ने दिया ऑफर
शिवसेना नेता और मंत्री उदय सामंत ने मीडिया से बात करते हुए रवींद्र धंगेकर को लेकर एक संकेत भरा बयान दिया. उन्होंने कहा, मैंने देखा कि रवींद्र धंगेकर ने अपने व्हाट्सएप स्टेट्स में भगवा उपरणा पहना था. इस पर मैंने कहा कि अगर इसमें धनुष-बाण (शिवसेना का चुनाव चिह्न) आ जाए तो हमें अच्छा लगेगा. उन्होंने आगे कहा, मैंने रवींद्र धंगेकर को आमंत्रण दिया है. क्योंकि अगर उनके जैसे एक साधारण कार्यकर्ता को पूरी ताकत के साथ सामाजिक कार्य करना है, तो उनके पास उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अलावा कोई और विकल्प नहीं है.