शिवाजीनगर, 4 फरवरी (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
प्रॉपर्टी टैक्स का बकाया वसूलने हेतु मनपा द्वारा विशेष उपायों पर अमल किया जा रहा है. बड़े बकाएदारों का बकाया वसूलने हेतु टैक्स इंस्पेक्टरों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही विभाग के सभी कर्मचारियों को फील्ड पर रहकर टैक्स वसूलने का आदेश दिया गया है. मनपा के प्रॉपर्टी टैक्स विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मनपा का प्रॉपर्टी टैक्स का कुल बकाया करीब 11 हजार करोड़ रुपए है. इनमें कोर्ट में पेंडिंग मामले, दो बार टैक्स लगाए गए मामले, कुछ मामलों में टैक्स में विवाद होने जैसे मामले भी शामिल हैं. जिससे यह आंकड़ा बड़ा हो गया है और हर साल जुर्माने की रकम जुड़ जाने से यह रकम लगातार बढ़ती जा ही है. प्रॉपर्टी टैक्स विभाग को वर्ष 2024-25 के लिए 2 हजार 874 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया है.
4 फरवरी तक मनपा की तिजोरी में 2 हजार 5 करोड़ रुपए जमा हुए हैं. मनपा का बकाया अधिक है, इसलिए बकाया टैक्स वसूलने हेतु विशेष प्रयास जारी हैं. बकाएदारों की सूची बनाई गई है, जिनमें टॉप-100 बकाएदार शामिल हैं. शहर के सबसे अधिक बकाया वाले 100 बकाएदारों का 334 करोड़ 10 लाख रुपए का बकाया है. इनमें सिंहगढ़ इंस्टीट्यूट की 17 प्रॉपर्टीज भी शामिल हैं. सबसे ज्यादा 18 करोड़ रुपए का बकाया फुरसुंगी स्थित दि मांजरी स्टड फार्म का 18 करोड़ 44 लाख रुपए है. टॉप-100 में शामिल सभी बकाएदारों का बकाया 1 करोड़ रुपए से अधिक का है.
इनसे बकाया वसूलने पर जोर दिया जा रहा है. बकाया जमा नहीं करने वालों की प्रॉपर्टीज जब्त करने तथा बाद में उनकी नीलामी करने की प्रक्रिया मनपा द्वारा की जाएगी. सरकारी विभागों का भी करोड़ों का बकाया प्राइवेट प्रॉपर्टीज के साथ सरकारी विभागों का भी प्रॉपर्टी टैक्स का बकाया है. इनमें केंद्र सरकार के कार्यालय, राज्य सरकार के कार्यालय तथा पीएमपीएमएल की प्रॉपर्टीज भी शामिल हैं. सरकारी विभागों द्वारा मार्च महीने में प्रॉपर्टी टैक्स जमा किया जाता है. राज्य सरकार द्वारा बकाया प्रॉपर्टी टैक्स हेतु जीआर जारी कर रकम को मनपा से मिलने वाली रकम से कम किया जाता है. पीएमपी का बकाया लगातार बढ़ता जा रहा है. शहर स्थित केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों की 59 प्रॉपर्टीज का 41 करोड़ 37 लाख रुपए का बकाया टैक्स है. पीएमपी की 251 प्रॉपर्टीज का 7 करोड़ 70 लाख रुपए का बकाया है. राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की 438 प्रॉपर्टीज का 93 करोड़ 24 लाख रुपए का बकाया है. इनमें पुलिस विभाग के साथ सिंचाई विभाग व अन्य विभागों के बकाया शामिल हैं.