भारतीय पर्यटकों को लुभाने में मलेशिया सबसे अव्वल

07 Feb 2025 10:44:11
 
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(क्वालालंपुर से लौटकर सतीश मिश्र)
 
आज दुनिया में समय के साथ हर देश की प्राथमिकता और कमाई के संसाधनों में क्रांतिकारी बदलाव आया है. देशों ने अपनी समृद्धि, विकास और प्रगति के लिए जिन जिन साधनों का सहारा लिया है, उसमें टूरिअम सबसे उपर है. आज इन देशों की जीडीपी और विकास में टूरिअम का सबसे बड़ा योगदान है. अब इस दौड़ में एशियाई विशेषकर आसियान वर्ग के देशों ने सबसे बड़ी छलांग लगाई है. पिछले दिनों मलेशिया के जोरो-बारू शहर में आयोजित आसियान टूरिअम फोरम के सम्मेलन में इन देशों (मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपीन, म्यांमार, थाईलैंड, इंडोनेशिया, लाओस, कंबोडिया, वियतनाम, ब्रुनेई, सिंगापुर और हांगकांग) ने अपने देश के दिनों- दिन नई सुविधा से लैस हो रहे पर्यटन स्थलों की जानकारी दुनिया के सामने पेश की. मलेशिया सहित कई देशों द्वारा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए वीजा माफ करने की योजना की घोषणा को जिस तरह का प्रतिसाद मिला है, उसने एक नई उम्मीद का संचार कर दिया है. इस देश की टैगलाइन ‌‘मलेशिया, ट्रूली एशिया‌’ काफी रोचक है. 2004 तक, 88 मंजिला पेट्रोनास ट्री टॉवर 1,483 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची इमारत थी. हालाँकि, इस देश की मुख्य विशेषताएं गुरंग मुलु राष्ट्रीय उद्यान, किनाबालु पार्क, मेलाका, एक शहर जो प्राचन परंपराओं को संरक्षित करता है,
 
 

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जॉर्ज टाउन और यूनेस्को-सूचीबद्ध लेंगगांग घाटी हैं. सारवॉक गुफाएं, बोर्नियो भी द्वीप इस देश की असली संपदा हैं एक और विशिष्ट पहचान यह है कि यह एशिया और ओशिनिया महाद्वीपों से सटी हुई सीमाओं से जुड़ा 65 हजार से ज्यादा लंबे हाईवे है. रबर का तीसरा बड़ा उत्पादक देश है यह देश पुत्रज्या में महान दिग्गजों को एकजुट करता है. केसरिया रंग की धारियों वाली बड़ी बिल्ली दुनिया में मलेशियाई टाइगर के नाम से मशहूर है. दुनिया में रबर का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश जहां तुलंग पेड़ की ऊंचाई सबसे अधिक (265 फीट) है. मलेशिया के प्रसिद्ध जियो डिजाइनर जिमी चू को इंग्लैंड की महारानी द्वारा ऑर्डर ऑफ ब्रिटेन से सम्मानित किया गया था. नासी लेमक नारियल के रस में पकाया जाने वाला सुगंधित चावल है. इस देश की राष्ट्रीय परंपरा केले के पत्ते पर दान देना है. ते तारिक का अर्थ है मलेशिया की चाय और उसका राष्ट्रीय पेय. लेकिन चाय की एक बूंद भी दूसरे बर्तन में गिराए बिना करीब एक मीटर की ऊंचाई से इस चाय को डालने की कला अवर्णनीय है. प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस देश पर वरुणराज की कृपा है. कलामपुर दुनिया का एकमात्र शहरी जंगल है जहां हर साल कम से कम 200 दिन बारिश होती है. सारावाक के कुचिंग क्षेत्र में साल में 250 दिन से ज्यादा बारिश होती है. मलेशिया मुख्य रूप से बैडमिंटन खेल के लिए जाना जाता है. हर साल इस देश में आने वाले पर्यटकों की संख्या के मामले में यह देश शीर्ष दस में शामिल है. जहां पेनांग शहर अपने स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड और ऐतिहासिक राजमार्ग के लिए प्रसिद्ध है वहीं लंकावी के पहाड़ियों के रोप-वे और स्काईवॉक दुनिया के शीर्ष पर हैं. मलक्का एक पुरानी पारंपरिक यूरोपीय और मुख्यतः पुर्तगाली बस्ती है.
 
 
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आसानी से उपलब्ध है भारतीय भोजन
 
भारतीय भोजन की आसान उपलब्धता और आसानी से बोली जाने वाली हिंदी भाषा भारतीय पर्यटकों को वहां अधिक आकर्षक बनाती है. भले ही मलेशिया सहित इन देशों में में चीनी और मंगोलियाई संस्कृति, रीति-रिवाज और जो खान-पान की आदतें व्याप्त हों लेकिन भारतीयों की घुमक्कड़ी का सभी लोहा मान रहे हैं. इन देशों ने भारतीय शेफों को लेकर और पर्यटकों को हमेशा के लिए बांध लिया है जहां भारतीय खाना सबसे बड़ा आकर्षण बना है. रेस्तरां की पेशकश, खानपान सेवाएं प्रदान करने की प्रवृत्ति और छूट पर इन भ्रमणशील देशों का एक अन्य आकर्षण है. इस समूह के देशों में भारतीय पर्यटकों के लिए मलेशिया सबसे आकर्षक देश है.
 
भारतीयों के मुफ्त वीजा की अवधि दिसंबर 26 तक बढ़ाई
 
 
पर्यटकों को अन्य भारी छूट व सुविधाओं को आसान करते हुए मलेशिया ने भारत से अपने यहां आनेवाले पर्यटकों के लिए मुरत वीजा लाभ दिसंबर 2026 तक के लिए बढ़ा दिया है. साथ ही ऑनलाइन वीजा की भी सुविधा दी गई है. भारतीय पर्यटकों को प्रस्थान से पहले केवल मलेशिया डिजिटल अराइवल कार्ड (एमडीएसी) के लिए भुगतान करना होगा. धूप, सुंदर समुद्र तटों और घने जंगलों की त्रिमूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त मलेशिया की समृद्धि में आधे मलय और बाकी साढ़े तीन करोड़ लोगों का योगदान है जिनमें भारतीय और चीनी मूल के लोगों का समावेश है. एक ऐसा देश जहां के लोकतंत्र के मुखिया कुल नौ शाही परिवारों में से एक बारी-बारी से बनता है. नागरिकों के लिए, बजट के आधार पर घरेलू और विदेश यात्रा के लिए अलग-अलग श्रेणियां हैं. भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों का दौरा करने के बाद, विदेशी पर्यटन ध्यान आकर्षित करना शुरू कर देता है. ऐसे समय में सबसे पहले पड़ोसी देशों पर ही नजर जाती है. भारतीय मुद्रा का मजबूत मूल्य आपकी अपेक्षा से कहीं कम लागत पर इन देशों में घूमना संभव बनाता है.
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