नई दिल्ली 9 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
नवकार मंत्र में पूरे ब्रह्मांड में सुख, शांति और समृद्धि पैदा करने की शक्ति है. जैन अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार संगठन (जीतो) ने वेिश शांति एवं वेिश कल्याण हेतु वेिश नवकार मंत्र दिवस का आयोजन कर महान कार्य किया है. इस अवसर पर 9 संकल्प लिये जाने चाहिए. बुधवार को विश्व नवकार मंत्र दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि नवकार मंत्र में सुख, शांति और समृद्धि पैदा करने की ताकत है.
जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व में भारत का गौरव बढ़ाने में जैन समाज ने सराहनीय योगदान दिया है. इसके साथ ही जीतो ने विश्व की शांति एवं कल्याण हेतु अद्भुत कार्यक्रम आयोजित कर महान कार्य किया है. प्रधानमंत्री ने उपस्थित लोगों को 9 संकल्प भी दिलवाए. उल्लेखनीय है किजैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (जीतो) द्वारा भारत सहित विश्व के 108 देशों में नवकार मंत्र जाप का कार्यक्रम आयोजित किया. जिसमें 1 करोड़ 88 लाख लोगों ने नाम जप किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ये नौ संकल्प नई पीढ़ी को नई ऊर्जा और दिशा प्रदान करेंगे. मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया भर के समाजों में शांति कायम होगी.
जीतो एपेक्स ने बुधवार (9 अप्रैल) को वेिश नवकार मंत्र दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन (नई दिल्ली) में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. उन्होंने इस कार्यक्रम के उत्कृष्ट आयोजन के लिए एपेक्स के चेयरमैन पृथ्वीराज कोठारी और जीतो एपेक्स के प्रेसिडेंट विजय भंडारी को बधाई दी. उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम भारत की एकता का प्रतीक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवकार मंत्र का महत्व बताते हुए जैन धर्म की विभिन्न खूबियों का भी उल्लेख किया. इस समय जैन दर्शन का उनका अध्ययन भी स्पष्ट था. उन्होंने इस अवसर पर नौ संकल्प लेने की अपील की. इसमें पानी बचाना, पेड़ लगाना और उन्हें जीवित रखना, स्वच्छता बनाए रखना, वोकल फॉर लोकल, देश में पर्यटन, जैविक खेती, स्वस्थ जीवनशैली, योग और खेल को प्राथमिकता समेत गरीबों की मदद करना इन नौ संकल्पों में शामिल है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये नौ संकल्प आपको नई ऊर्जा देंगे, नई पीढ़ी को दिशा देंगे और समाज में शांति लाएंगे.

उन्होंने कहा कि नवकार मंत्र हमारी आस्था का केन्द्र है. इस मंत्र का प्रत्येक अक्षर एक अलग मंत्र है. यह मंत्र 108 गुणों को नमन करता है. स्वयं पर वेिशास करो और स्वयं को प्रकाशित करो, यही नवकार मंत्र का संदेश है. आपका शत्रु बाहर नहीं, बल्कि आपके भीतर है और यदि आप उस पर विजय पा लेंगे तो आपका जीवन सुखी और समृद्ध होगा. अपने संबोधन में नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वैेिशक मंच पर भारत की भूमिका को आकार देने में जैनियों का अद्वितीय महत्व है. इसीलिए नवनिर्मित संसद भवन की वास्तुकला में हमें जैन धर्म के अनेक प्रतीक देखने को मिलेंगे. केन्द्र सरकार ने देश में ज्ञान भारत अभियान खड़ा करने का संकल्प लिया है. मोदी ने यह भी कहा कि इसमें प्राचीन ग्रंथों और ज्ञान का संग्रह किया जाएगा.
देश में 9,772 स्थानों पर आयोजन
वेिश नवकार मंत्र दिवस के अवसर पर दुनिया भर के 108 देशों में कार्यक्रम आयोजित किए गए. सभी स्थानों पर एक साथ आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 1 करोड़ 88 लाख लोगों ने नामजप किया. यह कार्यक्रम अकेले मुंबई में 600 स्थानों पर और पूरे भारत में 9,772 स्थानों पर आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया भर में अराजकता को समाप्त करना और सभी के भीतर आंतरिक शांति पैदा करना था. जब यह आंतरिक शांति निर्मित हो जाती है, तो पूरे वेिश में शांति और समृद्धि आ सकती है. -विजय भंडारी, अध्यक्ष, जीतो एपेक्स
हम अपनी जड़ों को नहीं छोड़ते
यदि हम स्वयं पर विजय प्राप्त कर लें तो हम अरिहंत बन जायेंगे. नवकार मंत्र जीवन जीने का तरीका है. वह शांति का मार्ग दिखाता है. यह वह मंत्र है जो मोक्ष, सम्यक ज्ञान और सम्यक चरित्र की ओर ले जाता है. नवकार मंत्र कहता है कि प्रगति के बाद भी हम अपनी जड़ों को नहीं छोड़ते. विकसित भारत, विकास और हमारी संस्कृति दोनों का संगम है. विकसित भारत को अपनी संस्कृति पर गर्व होगा. विकास के शिखर पर पहुंचने के बाद भी हम अपनी संस्कृति को कभी नहीं भूलेंगे. नया भारत वेिश को शांति का मार्ग दिखाएगा. इसका उत्तर है नवकार मंत्र. हमें अनेकांतवाद को समझने की बेहद जरूरत है.