नवी पेठ, 24 अप्रैल (आज का आनंद न्यूज नेटवर्क)
एमआइटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के विज्ञान और पर्यावरण अध्ययन स्कूल के जैव विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया है. इस तीन दिवसीय संगोष्ठी का विषय स्थायित्व के लिए विज्ञान का संश्लेषण स्वच्छ ऊर्जा, लचीली कृषि और परिपत्र अर्थव्यवस्था है. कोथरूड स्थित डब्ल्यूपीयू कैंपस में यह संगोष्ठी होगी, ऐसी जानकारी एमआईटी डब्ल्यूपीयू के प्र-कुलपति डॉ. मिलिंद पांडे और बीएआईएफ डेवलपमेंट रिसर्च फाउंडेशन की निदेशक डॉ. राजश्री जोशी ने गुरुवार (24 अप्रैल) को एक पत्रकार वार्ता में दी.
डब्ल्यूपीयू के विज्ञान एवं पर्यावरण अध्ययन स्कूल द्वारा आयोजित इस पत्रकार वार्ता में प्रभारी डीन अनूप काले, डॉ. शिल्पा चापडगावकर और सहयोगी प्राध्यापक डॉ. मानसी मिश्रा उपस्थित थी. संगोष्ठी का उद्घाटन शुक्रवार (25 अप्रैल) की सुबह 10 बजे राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन के अध्यक्ष पद्मश्री प्रो. डॉ. गणपति डी. यादव द्वारा किया जाएगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता एमआईटी डब्ल्यूपीयू के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. वेिशनाथ दा. कराड करेंगे. समापन समारोह 26 अप्रैल को दोपहर 3 बजे होगा.
इस कार्यक्रम की मेजबानी एमआईटी डब्ल्यूपीयू के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. राहुल कराड के मार्गदर्शन में की गई है. संगोष्ठी में सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु अनुकूल कृषि, वृत्ताकार अर्थव्यवस्था और प्राकृतिक संसाधन, तथा प्राकृतिक उत्पाद और कार्यात्मक खाद्य पदार्थ, जैसे चार विषयों पर चर्चा की जाएगी. इसमें गणमान्य अपने विचार प्रस्तुत करेंगे. इसके अलावा शोध विद्वानों और युवा वैज्ञानिकों द्वारा मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियां भी दी जाएंगी.